एक परिचय गायक श्यामजी पालीवाल बालोतरा के लिए मन की बात..... पूरा जरूर पढ़ें अगर अच्छा लगे तो शेयर करें...
लिखने में अगर कोई गलती हो जाए तो शमा याचना चाहता हूं...
कहते हैं कि जब इंसान के पूर्व जन्म के कर्म और लग्न उनको खींचकर उसी पद ओर आकर्षित करते हैं जिस पर उनके कर्म लिखे होते हैं....
ब्राह्मण कुल में जन्म लेने वाले साधारण जीवन यापन करने वाले श्याम जी पालीवाल बचपन में कुछ कारणवश उच्च स्तरीय शिक्षा को प्राप्त नहीं कर सके.... और व्यवसाय के लिए नाना प्रकार के जतन और प्रयास करते रहे.. मगर बचपन में उनको अपने कार्य में मन की शांति प्राप्त नहीं हुई और कार्य के लिए प्रयास करते रहे....
श्याम जी पालीवाल का जीवन व्यवसाय के लिए नहीं मगर भगवान की दुआ से संगीत क्षेत्र में था माता-पिता गुरुदेव के आशीर्वाद से श्याम जी पालीवाल ने संगीत क्षेत्र में मेहनत और लगन से राजस्थानी देसी मायण सभ्यता और पुराणिक देसी भजनों को आज जिंदा रखे हैं....
लिखने में अगर कोई गलती हो जाए तो शमा याचना चाहता हूं...
कहते हैं कि जब इंसान के पूर्व जन्म के कर्म और लग्न उनको खींचकर उसी पद ओर आकर्षित करते हैं जिस पर उनके कर्म लिखे होते हैं....
ब्राह्मण कुल में जन्म लेने वाले साधारण जीवन यापन करने वाले श्याम जी पालीवाल बचपन में कुछ कारणवश उच्च स्तरीय शिक्षा को प्राप्त नहीं कर सके.... और व्यवसाय के लिए नाना प्रकार के जतन और प्रयास करते रहे.. मगर बचपन में उनको अपने कार्य में मन की शांति प्राप्त नहीं हुई और कार्य के लिए प्रयास करते रहे....
श्याम जी पालीवाल का जीवन व्यवसाय के लिए नहीं मगर भगवान की दुआ से संगीत क्षेत्र में था माता-पिता गुरुदेव के आशीर्वाद से श्याम जी पालीवाल ने संगीत क्षेत्र में मेहनत और लगन से राजस्थानी देसी मायण सभ्यता और पुराणिक देसी भजनों को आज जिंदा रखे हैं....
कुछ ऐसे भजन जो बिल्कुल विलुप्त हो चुके थे श्याम जी पालीवाल ने मेहनत करके लगन करके उनको आज के नए संगीत माध्यम से जोड़कर आज की युवा पीढ़ी को मारवाड़ी देसी भजनों की ओर खींचा है आकर्षित किया है....
मारवाड़ी देसी मे भजन श्यामजी पालीवाल ने स्वर्गीय भजन सम्राट गुरुदेव श्री रामनिवास जी राव, ब्रह्मलीन योगीराज श्री धना भारती जी महाराज, संत शिरोमणि लिखमीदास जी महाराज, संत शिरोमणि ईशरदासजी और बहुत से मठाधीश योगी राजो के लिखे हुए पुरानी देसी भजनो को आज भी खाते हैं और उनकी महिमा का बखान करते हैं.....
राजस्थान के बहुत से राज्यों, छोटे से छोटे गांव से लगाकर संपूर्ण भारतवर्ष में आज भी देसी भजनों को गाते हैं और आज की युवा पीढ़ी को विशेष देशी भजनो की ओर आकर्षित करते हैं..... डीजे संगीत के आज के युग में देसी भजनों की ओर युवा पीढ़ी को आकर्षित करना कोई आम बात नहीं है.....
श्री श्याम जी पालीवाल जिस तरह से राजस्थानी भजन संगीत के लिए कार्य कर रहे हैं हम दिल से दुआ करते हैं इसी तरह से आप राजस्थानी संगीत को संपूर्ण भारतवर्ष में मिलाकर एक नया आयाम और उच्च स्तर के संगीत का दर्जा दिलाने में अमूल्य प्रयास करते रहो इसके लिए मां सरस्वती से आपकी दुआ करते हैं....
लिखने के लिए बहुत सी बातें हैं श्री श्याम जी पालीवाल के लिए .... मगर मुझे लिखने की जरूरत नहीं है क्यूकी श्री श्याम जी पालीवाल ने राजस्थानी संगीत के लिए जितना उच्च स्तर का कार्य किया है उसके लिए सबको पता है.....
अंत में एक बार पुनः श्री श्याम जी पालीवाल के लिए और राजस्थान के समस्त शुभचिंतकों की ओर से मैं उनके उज्जवल जीवन की कामना करता हूं....
8 Comments
श्याम जी का मोबाइल नंबर भेजो
ReplyDeleteMobile n . Send mi
DeleteNumber
DeleteShyam paliwal mobil no
DeleteHum bhagwan Ka aabhar vyaqt krte hai hai ki Shyam Bhai ke rup me Hume Kohinoor Diya thanks God or god bless you bhai
ReplyDeleteThank you so much 🙏
DeleteMob. No. Send me
ReplyDeleteMata ji ki chowki karvaani hai kripya shyam ji ke contact no deve ya mujhko is no par contact kare 9811617890
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