भारत के लोगों का जोश देख कर तो ऐसा लग रहा है जैसे यहां देशभक्ति की बहार आ गई हो लेकिन अंदरुनी वास्तविकता तो बहुत अलग ही है।
आज इमरान खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीधा बोल दिया कि भारत के अंदर हमले भारतीय ही करते हैं और भारत बस पाकिस्तान को ब्लेम करता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबूत किसे माना जाता है? एक मरे हुए अतंकवादी की लाश को या आपके देश की राजधानी में आपके ही देश के बिहार राज्य के एक ज्यादा पढ़े लिखे महानुभव जब खड़े होकर एक आतंकवादी की बरसी मनाते हैं और भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे बुलंद करते हैं वो।
जब ऐसी घटना घटती हैं तो उन गद्दारों को गिरफ्तार किया जाता हैं लेकिन तुरंत ही एनडीटीवी की स्क्रीन काली हो जाती हैं तो राहुल और केजरीवाल कूद पड़ते हैं उनके साथ मैदान में और फिर उनके वकील रातों रात जेल से जमानत दिला देते हैं। तब देश ने वो जोश दिखाया था क्या जो आज दिखा रहा है या तब आपको वो अभिव्यक्ति की आजादी लग रही थी।
फिर जब दिल्ली पुलिस उन गद्दारों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करती हैं तो केजरीवाल उसी चार्जशीट को रोक देता है लेकिन तुम तो ठहरे फ्री बिजली पानी वाले तो तुम्हे क्या फर्क पड़ता हैं किसी देशद्रोही को बचाया जाता है तो लेकिन अब तुम्हे यहां मिर्ची नहीं लगनी चाहिए क्योंकि इस जर्जर हालातों के जिम्मेदार कहीं ना कहीं तुम खुद ही हो क्योंकि 70 सालों से वोट देते वक्त कभी देश की सुरक्षा को ध्यान में रख कर भी वोट दिया होता।
सरकार कैसी मानसिकता की है ये बात आतंकवादियों और दुश्मनों को बहुत असर करती हैं लेकिन तुम्हे तो मुफ्त क्या मिल रहा है ये असर करता है।
© तेज राठौड़
19/02/2019
आज इमरान खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीधा बोल दिया कि भारत के अंदर हमले भारतीय ही करते हैं और भारत बस पाकिस्तान को ब्लेम करता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबूत किसे माना जाता है? एक मरे हुए अतंकवादी की लाश को या आपके देश की राजधानी में आपके ही देश के बिहार राज्य के एक ज्यादा पढ़े लिखे महानुभव जब खड़े होकर एक आतंकवादी की बरसी मनाते हैं और भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे बुलंद करते हैं वो।
जब ऐसी घटना घटती हैं तो उन गद्दारों को गिरफ्तार किया जाता हैं लेकिन तुरंत ही एनडीटीवी की स्क्रीन काली हो जाती हैं तो राहुल और केजरीवाल कूद पड़ते हैं उनके साथ मैदान में और फिर उनके वकील रातों रात जेल से जमानत दिला देते हैं। तब देश ने वो जोश दिखाया था क्या जो आज दिखा रहा है या तब आपको वो अभिव्यक्ति की आजादी लग रही थी।
फिर जब दिल्ली पुलिस उन गद्दारों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करती हैं तो केजरीवाल उसी चार्जशीट को रोक देता है लेकिन तुम तो ठहरे फ्री बिजली पानी वाले तो तुम्हे क्या फर्क पड़ता हैं किसी देशद्रोही को बचाया जाता है तो लेकिन अब तुम्हे यहां मिर्ची नहीं लगनी चाहिए क्योंकि इस जर्जर हालातों के जिम्मेदार कहीं ना कहीं तुम खुद ही हो क्योंकि 70 सालों से वोट देते वक्त कभी देश की सुरक्षा को ध्यान में रख कर भी वोट दिया होता।
सरकार कैसी मानसिकता की है ये बात आतंकवादियों और दुश्मनों को बहुत असर करती हैं लेकिन तुम्हे तो मुफ्त क्या मिल रहा है ये असर करता है।
© तेज राठौड़
19/02/2019
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