ये उन लड़कीयो के लिए है जिनको ये शिकायत रहती है कि हमको ससुराल मे बेटी नही समझा जाता,,
पहले ये जानना जरूरी है कि बेटी थी तब क्या रोल था आपका घर मे, आराम से उठती थी देर तक सोती रहती थी,
चाय नाश्ता खाना सब मम्मी बना देती थी, कभी-कभार आप घर के काम मे हाथ बांटती थी!
अब बताए अगर आपकी मम्मी भी यही सोचती कि मैं भी ससुराल मे बेटी की तरह ही रहूंगी तो क्या आपको ये आराम मिलता? नही ना..!
शादी से पहले आप मां-बाप की जिम्मेदारी हैं इसलिए वो आपको गलतियों को नजरअंदाज करते हैं!
शादी के बाद आपके उपर भी आपकी मां की तरह ही जिम्मेदारी आती है, तो आपको भी वो करना होगा जो मां घर मे करती थी,
हम लोग अपनी शादी से पहले की जिन्दगी खूब एश के साथ काट कर आते हैं, अब जब हम पे जिम्मेदारी आती है तो घबराना क्या ? क्या शिकायत करना ।
जरा सोचिए जब आप पीहर आए आपकी भाभी देर तक सोती रहे, मम्मी रसोई मे काम करे, तो क्या आप उस भाभी की तारीफ करेंगी? कभी नही आप मां से कहेंगी कि आप क्यू रसोई मे हो? भाभी को करने दिया करो, कौन लड़की ऐसी है जो भाभी से कहेगी कि भाभी आप खूब आराम करो मम्मी सब कर लेगी ?
अब एक बात जो वो कहती है कि हम सास ससुर पति और अपने बच्चो का ही करेंगे दूसरो का नही, मतलब देवर ननद जेठ..
बताइए कि आपके भाई की शादी पहले हो गई हो और भाभी आ गई हो, वो सबका खाना बनाये पर आपका नही तो क्या आप और आपके मां-बाप को सहन होगा ? नहीं ना...
इसलिए यदी आप जो चाह रहे हो वो आपकी भाभी आपके साथ करे तो बुरा नहीं लगना चाहिए..
आपको आपकी ननद और बच्चे का आना बुरा लगता है तो याद रखिए आपका आना भी आपकी भाभी भी आपके से खुश नही होगी...
कभी सोचा है आपने अपनी मां को घर मे पीहर की तरह महसूस करवाया है? यदी नही तो आप कैसे उम्मीद करती हैं कि आपको महसूस हो?
क्या मां ने कभी ये शिकायत की कि मुझे जल्दी उठना पड़ता था, काम करना पड़ता था, शायद कभी नही वो तो सरदर्द होने पर भी हम लोगो के लिए खाना बनाती है,,,
" हर जगह का अपना महत्व है, इसलिए दोनो को महत्व दीजिए, जो लड़किया ये सब समझती है वो तारीफे काबिल है कि "उनको परिवार एक रखने की समझ है" 😍😍
© Suraj Rana
पहले ये जानना जरूरी है कि बेटी थी तब क्या रोल था आपका घर मे, आराम से उठती थी देर तक सोती रहती थी,
चाय नाश्ता खाना सब मम्मी बना देती थी, कभी-कभार आप घर के काम मे हाथ बांटती थी!
अब बताए अगर आपकी मम्मी भी यही सोचती कि मैं भी ससुराल मे बेटी की तरह ही रहूंगी तो क्या आपको ये आराम मिलता? नही ना..!
शादी से पहले आप मां-बाप की जिम्मेदारी हैं इसलिए वो आपको गलतियों को नजरअंदाज करते हैं!
शादी के बाद आपके उपर भी आपकी मां की तरह ही जिम्मेदारी आती है, तो आपको भी वो करना होगा जो मां घर मे करती थी,
हम लोग अपनी शादी से पहले की जिन्दगी खूब एश के साथ काट कर आते हैं, अब जब हम पे जिम्मेदारी आती है तो घबराना क्या ? क्या शिकायत करना ।
जरा सोचिए जब आप पीहर आए आपकी भाभी देर तक सोती रहे, मम्मी रसोई मे काम करे, तो क्या आप उस भाभी की तारीफ करेंगी? कभी नही आप मां से कहेंगी कि आप क्यू रसोई मे हो? भाभी को करने दिया करो, कौन लड़की ऐसी है जो भाभी से कहेगी कि भाभी आप खूब आराम करो मम्मी सब कर लेगी ?
अब एक बात जो वो कहती है कि हम सास ससुर पति और अपने बच्चो का ही करेंगे दूसरो का नही, मतलब देवर ननद जेठ..
बताइए कि आपके भाई की शादी पहले हो गई हो और भाभी आ गई हो, वो सबका खाना बनाये पर आपका नही तो क्या आप और आपके मां-बाप को सहन होगा ? नहीं ना...
इसलिए यदी आप जो चाह रहे हो वो आपकी भाभी आपके साथ करे तो बुरा नहीं लगना चाहिए..
आपको आपकी ननद और बच्चे का आना बुरा लगता है तो याद रखिए आपका आना भी आपकी भाभी भी आपके से खुश नही होगी...
कभी सोचा है आपने अपनी मां को घर मे पीहर की तरह महसूस करवाया है? यदी नही तो आप कैसे उम्मीद करती हैं कि आपको महसूस हो?
क्या मां ने कभी ये शिकायत की कि मुझे जल्दी उठना पड़ता था, काम करना पड़ता था, शायद कभी नही वो तो सरदर्द होने पर भी हम लोगो के लिए खाना बनाती है,,,
" हर जगह का अपना महत्व है, इसलिए दोनो को महत्व दीजिए, जो लड़किया ये सब समझती है वो तारीफे काबिल है कि "उनको परिवार एक रखने की समझ है" 😍😍
© Suraj Rana
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