राजस्थान में भील समाज शौर्य के प्रतीक है जो अपने बलिदान देने में पीछे नहीं हटते है। राज्य के इतिहास में राणा पूंजा भीलजी को याद किया जाता है जिन्होंने महाराणा प्रताप के साथ मिलकर मुगलों के छक्के छुड़ा दिए थे,इतिहास में कहा जाता है कि सूरवीर भील समाज की जबान तीर कमान जैसी है, एक बार जो देश,समाज,राष्ट्र के लिए सोच लिया उसको करके ही रहते है..आपके रीति रिवाज परंपराएं संस्कृति से आज राज्य को बडी पहचान मिली है..धिनबाद.. जय राजस्थान...ऐसे समाज को वंदन... प्रकाश जी हमेशा आप सामाजिक संस्कृति व समरसता को बढाया है,कुछ असमाजिक तत्वों द्धारा ऐसी हरकत की होगी जिससे हम सभी क्षमाप्रार्थी है👍
====================
Prakash Mali ji
====================
Prakash Mali ji
0 Comments